हल्दी, नमक और थोड़ा सा सरसों के तैल को मिलाकर अंगुली से प्रतिदिन मसूड़ों की मालिश करना पायरिया, मुखदुर्गन्ध व दाँतों के रोग में अत्यन्त लाभकारी है
1.
1 चम्मच हल्दी पाउडर को प्रतिदिन 1 गिलास गुनगुने दूध के साथ पीने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। सर्दी, जुकाम आदि नहीं होते। शरीर के दर्द, चोट व पीड़ा में भी लाभ होता है।
2.
1/2 चम्मच हल्दी को थोड़ा भूनकर शहद से लेने से गला बैठना या खाँसी में तुरन्त लाभ होता है।
3.
यदि कहीं कट या जल जाए तो हल्दी पाउडर को लगाने से रक्तस्राव बन्द हो जाता है। जले में फफोला भी नहीं पड़ता है।
शरीर में कहीं मोच आ जाए तो एक मोटी रोटी बनाकर, उस पर सरसों का तैल व हल्दी डालकर, गर्म रोटी को मोच वाले स्थान पर बाँधने से सूजन व मोच में तुरन्त लाभ होता है।
2-4 चम्मच हल्दी को पानी में घोलकर पेस्ट बना लें। फिर इस पेस्ट को तलवे में 20-25 मिनट तक लगा कर गीले साफ कपड़े से साफ कर लें। यह प्रक्रिया हफ्ते में 2-4 बार दोहराने से हाथ-पैरों की जलन में लाभ होता है।
आधा चम्मच हल्दी पाउडर को पानी में मिलाकर पेस्ट बना लें। फिर इस पेस्ट को दाँतों की गुहा (खाली जगह) 5-10 मिनट तक लगाकर गुनगुने पानी से गरारे कर लें। यह प्रक्रिया हफ्ते में 2-3 बार दोहराने से कृमिदन्त में लाभ होता है।