शंख भस्म के फायदे और सेवन विधि || shankh bhasma uses in hindi

शंख भस्म के फायदे और सेवन विधि || shankh bhasma uses in hindi

 

    शंख भस्म (shankh bhasma) यह एक आयुर्वेदिक औषधि है जो विभिन्न प्रकार की बीमारियों और विकारों को दूर करने के काम में आता है। दोस्तों यह एक जड़ी बूटियों से निर्मित औषधि है और इसके कई प्रकार के लाभ हैं।

 

यह औषधि आपको किसी भी मेडिकल स्टोर या पतंजलि स्टोर पर आसानी से मिल जाएगा, तथा यह कम दाम में भी होता है। यह औषधि रामबाण इलाज के लिए जाने जाती है। इससे किसी भी प्रकार की कोई भी बीमारी हो जड़ से खत्म हो जाती है। तो शंख भस्म के बारे में जानने के लिए हमारे इस टॉपिक को अंत तक पढ़ते रहे।

 

यह भी देखें : ताम्र सिन्दूर के फायदे और बनाने की विधि || Tamra Sindoor Uses in Hindi

 

Shankh bhasma क्या है?

शंख भस्म आहार और जीवन शैली के बीच असंतुलन से उत्पन्न होने वाले पेट के रोगों के लिए एक बहुत ही विशेष औषधि है। आयुर्वेद के अनुसार, तीनों दोष पेट के रोगों के लिए जिम्मेदार हैं, अर्थात् वात, पित्त और कफ। शंख भस्म (shankh bhasma ) त्रिदोषों को शांत कर सकती है और अम्लता से जुड़ी गंभीर स्थितियों को समाप्त कर सकती है।

 

शंख भस्म आयुर्वेद से जुड़ी एक शक्तिशाली औषधि है, जिसे शंख से तैयार किया जाता है। शंख भस्म की रासायनिक संरचना की बात करें तो इसमें 90-95% कैल्शियम कार्बोनेट (CaCO3) होता है।

 

रिसर्च की माने तो शंख से भस्म पाचक और गहरी होती है। यह सामान्य दोषों को दूर कर स्रोतों को साफ रखने में मदद करता है। शंख भस्म अम्लता, दस्त की जलन, चेहरे पर मुंहासे, भूख न लगना, अपच, पेट का फूलना, पेट में गैस बनना, जैसे रोगों का इलाज कर सकते है। हम आपके ज्ञान के लिए बता दे कि शंख भस्म शीतलता और अम्लतारोधी गुणों से भरपूर है। शंख भस्म (shankh bhasma) निम्नलिखित कंपनी और ब्रांड नामों से लोकप्रिय है।

> डाबर शंख भस्म 

> बैद्यनाथ शंख भस्म

> पतंजलि दिव्य शंख भस्म

 

यह भी देखें : टंकण भस्म के फायदे और औषधीय गुण || tankan bhasma uses in hindi

 

शंख भस्म के फायदे (shankh bhasma benefits in hindi)

निम्नलिखित स्थितियों और विकारों में शंख भस्म का सेवन करने की सलाह दी जाती है। विशेषज्ञ की देखरेख में शंख भस्म का उपयोग करना उचित है।

> पेप्टिक छाला

> खाँसी

> खट्टी डकार

> पतली दस्त

> कील मुहांसे

> एसिडिटी

> पेट फूलना

> सूजन

> भूख में कमी

> जिगर इज़ाफ़ा

> प्लीहा वृद्धि

> खट्टी डकार

> पेट दर्द (पेट का दर्द)

> पेट में जलन

> कैल्शियम की कमी

> कमजोर पाचन तंत्र

 

शंख भस्म के दुष्प्रभाव shankh bhasma side effects

    जैसे हर चीज के फायदे और नुकसान दोनों होते है ठीक उसी तरह से संख भस्म के नुकसान भी है। शंख भस्म के कारण निम्नलिखित दुष्प्रभाव हो सकते हैं। आमतौर पर साइड इफेक्ट अलग-अलग शरीर की प्रतिक्रिया और शंख भस्म से गलत खुराक के कारण होते हैं और सभी के समान दुष्प्रभाव नहीं होते हैं। दुष्प्रभाव कुछ इस तरह से है:

> कब्ज

> जीभ पर घाव

> त्वचा पर दरारें

> अनिद्रा

 

यह भी देखें : गोदंती भस्म के फायदे और सेवन विधि || godanti bhasma uses in hindi

 

शंख भस्म की खुराक shankh bhasma dose

हम आपको बता दे कि शंख भस्म की खुराक डॉक्टर मरीज की स्थिति के अनुसार ही देते हैं। इसलिए डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह के बाद ही शंख भस्म का सेवन शुरू करें। आयुर्वेद चिकित्सा के अनुसार, एक सामान्य वयस्क के लिए, शंख भस्म की खुराक एक दिन में 125-500mg तक होती है। इस खुराक को सुबह और शाम दो भागों में बांटकर सेवन किया जा सकता है।

 

5 वर्ष से अधिक आयु के बच्चों में, शंख भस्म की 60 मिलीग्राम तक की दैनिक खुराक उपयुक्त है। छोटे शिशुओं में, शंख भस्म की खुराक को 10-30 मिलीग्राम तक कम करना उपयुक्त है, लेकिन बाल रोग विशेषज्ञ से परामर्श आवश्यक है।

 

शंख भस्म (Shankh bhasma) की अधिकतम दैनिक खुराक 1000 मिलीग्राम निर्धारित की गई है। प्रत्येक व्यक्ति की मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर, इस दवा की खुराक कम या ज्यादा हो सकती है। शंख भस्म को शहद के साथ भी ले सकते हैं।

 

शंख भस्म की खुराक बदलने का व्यक्तिगत निर्णय न लें। यदि एक खुराक छूट जाती है, तो निर्धारित शंख का सेवन जल्द ही करना चाहिए। अगर अगली खुराक शंख भस्म के पास हो तो छूटी हुई खुराक न लें।

 

हम आपको बता दें कि संख भस्म का खुराक आप अच्छे डॉक्टर से संपर्क करने के बाद ही लें। किसी भी इंटरनेट पर बताए गए बात पर पूरा विश्वास न करें। यदि आप ऐसा करते हैं तो आप अपने स्वस्थ के साथ बुरा कर रहे हैं।

 

निष्कर्ष

जैसा कि हमने आपसे कहा था, हमने आपको शंख भस्म के के बारे में संपूर्ण जानकारी दे दी है। दोस्तों संख भस्म एक आयुर्वेदिक औषधि है। जो किसी भी प्रकार की कोई साइड इफेक्ट नहीं रखता है। यदि आप किसी भी प्रकार की बीमारी से पीड़ित होती हैं तो आप आयुर्वेदिक औषधियों का प्रयोग जरूर करें। हमें उम्मीद है कि औषधियां आपकी जरूरतों पर खरा उतरेंगे तो दोस्तों ऐसे ही मजेदार और अच्छे औषधियों के बारे में जानने के लिए हमारे साथ हमेशा बने रहिए धन्यवाद।

 

यह भी पढ़े 👇

मकरध्वज के फायदे और अन्य जानकारी || Makardhwaj bhasma uses in hindi

वंग भस्म के फायदे और अन्य जानकारी || Vang Bhasma Uses in Hindi

स्वर्ण भस्म के फायदे, कीमत व अन्य जानकारी || swarna bhasma uses in hindi

shelendra kumar

नमस्कार दोस्तों , में Shelendra Kumar (Founder of healthhindime.com ) हिंदी ब्लॉग कॉन्टेंट राइटर हूँ और पिछले 4 वर्षो से हेल्थ आर्टिकल्स के बारे में ब्लॉग लिख रहा हूँ मेरा उद्देस्य लोगो को हेल्थ के बारे में अधिक से अधिक जानकारी देना हैं

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *