कंठामृत वटी के फायदे और सेवन विधी || Kanthamrit vati benifits

आज की पोस्ट में हम बात करने जा रहे हैं पतंजलि द्वारा निर्मित कंठामृत वटी Kanthamrit vati uses in hindi के बारे में जो की बाबा रामदेव और आचार्य श्री बालकृष्ण जी महाराज की देखरेख में दिव्य फार्मेसी द्वारा तैयार की जाती है यह एक आयुर्वेदिक औषधि है जो गले में होने वाली छोटी-बड़ी समस्याओं को ठीक करने के लिए बनाई गई है। इसे किसी भी उम्र का व्यक्ति इस्तेमाल कर सकता है यह गले की बीमारी के लिए एक सर्वोत्तम दवाई है।

About kanthamrit vati
कंठामृत वटी क्या है-

गले का खराब होना एक आम बात है जिसमें ठंडा गरम पीने से आपका गला खराब हो सकता है या फिर आप कोई ऐसी जॉब करते हैं जिसमें बहुत अधिक बोलना पड़ता है उस स्थिति में भी आपका गला बैठ सकता है इसी के लिए पतंजलि की दिव्य फार्मेसी द्वारा किस दवाई का निर्माण किया गया है यह गले में होने वाली खराब गले का बैठना और मुंह में होने वाले छलों को भी ठीक करती है।

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Kanthamrit vati Ingredients
कंठामृत वटी के घटक

  • मुलेठी ( mulethi)
  • शोंठ ( Shounth )
  • पुदीना शत ( Pudina sat )
  • काली मिर्च ( Black pepper )
  • कपूर ( Kapoor )
  • लौंग ( laung )

Benifits of kanthamrit vati
कंठामृत वटी के फायदे-

गले मैं खराश का बनना – गले में खराश बनना आम बात है यह अधिक ठंडा पीने से या फिर प्रकृति विरुद्ध खाना खाने से हो जाता है इससे छुटकारा पाने के लिए आप kanthamrit vati का इस्तेमाल करें इसके इस्तेमाल से जल्द ही आराम मिलता है।

गला बैठ जाना – बहुत अधिक समय तक बोलना इसका एक कारण है कुछ लोगों कि जोब इस प्रकार होती है जिसमें हम को अधिक बोलना पड़ता है इसके कारण गला बैठ सकता है उसके लिए भी आप पतंजलि कंठामृत वटी का इस्तेमाल कर इससे जल्द निजात पा सकते हैं

मुंह में छाले होने पर – अनियमित खानपान की वजह से या फिर पेट खराब होने की वजह से मुंह में छाले की समस्या बनती है जिस को ठीक करने के लिए आप कंठामृत वटी ले सकते हैं इस रोग में यह अत्यंत लाभकारी है।

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सफर में उल्टी होना– अगर आपको सफर के दौरान उल्टी होने की समस्या बनती है तो आप अपने साथ हमेशा कंठामृत वटी रखें और इसको अपने सफर के दौरान मुंह में लेकर चूसते रहे।

स्वाद बिगड़ जाना – आपका का स्वाद बिगड़ा हुआ है और आपको खाने का टेस्ट पता नहीं चलता तो इसको ठीक करने के लिए आप पतंजलि कंठामृत वटी का इस्तेमाल करें इससे आपको लाभ होगा।

अधिक बलगम का बनना – खांसी या जुखाम होने पर आमतौर पर गले में बलगम की समस्या बनती है जिस के उपचार के लिए आप पतंजलि की कंठामृत वटी ले सकते हैं जा गले में बनने वाले बलगम को कम करती है और खांसी में भी आराम देती है।

Kanthamrit vati method of use
कंठामृत वटी का सेवन कैसे करें-

  • कंठामृत वटी की एक एक टेबलेट को आप एक दिन में चार बार ले सकते हैं यह एक chewable टेबलेट जिसको मुंह में डालकर चूसना होता है
  • 1 दिन में आप 4-5 गोली से अधिक इस्तेमाल ना करे। इसको आप अपने चिकित्सक के अनुसार ले सकते हैं।

Price of kanthamrit vati tablet
कितनी है कीमत

इसके 40 टेबलेट की डब्बी ₹40 रुपया में उपलब्ध है

Where to buy
कहां से खरीदें

इसको आप अपने नजदीकी पतंजलि स्टोर से खरीद सकते हैं या फिर आप इसको ऑनलाइन ऑर्डर के द्वारा भी प्राप्त कर सकते हैं।

Disclaimer: इस लेख में दी गई सभी सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. Healthhindime.com इसकी पुष्टि नहीं करता है. इस पर अमल करने से पहले चिकित्सक से सलाह अवश्य ले।

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shelendra kumar

नमस्कार दोस्तों , में Shelendra Kumar (Founder of healthhindime.com ) हिंदी ब्लॉग कॉन्टेंट राइटर हूँ और पिछले 4 वर्षो से हेल्थ आर्टिकल्स के बारे में ब्लॉग लिख रहा हूँ मेरा उद्देस्य लोगो को हेल्थ के बारे में अधिक से अधिक जानकारी देना हैं

3 thoughts on “कंठामृत वटी के फायदे और सेवन विधी || Kanthamrit vati benifits

  • अगस्त 19, 2022 at 1:23 अपराह्न
    Permalink

    दिव्य कंठामृत वटी को लेने पर क्या परहेज करना होगा। जवाब देवें।

    Reply
    • अगस्त 20, 2022 at 7:27 अपराह्न
      Permalink

      खट्टी और ठंडी चीजे और ऑयली फ़ूड से बचे

      Reply
  • सितम्बर 30, 2023 at 4:34 अपराह्न
    Permalink

    आपने बहुत अच्छा लेख लिखा है

    Reply

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