गोधन अर्क पीने के 6 फायदे gomutra benifits
धार्मिक मान्यताओं के अन्तर्गत हमारे यहाँ गाय को गौ माता माना गया है। इसके पीछे धार्मिक भावनाओं के साथ-साथ गौ का कई तरह से उपयोगी होना भी है। gomutra ke fayde पर ही प्रकाश डाल रही है डॉ. (श्रीमती) पूनम त्रिपाठी |
हिन्दू धर्म में यूं तो गाय को माता का स्थान प्राप्त है। हम उसे गौ माता कहकर पुकारते है। दरअसल धार्मिक मान्यता के अलावा गाय हमारे दैनिक जीवन के लिए दूध प्रदान करती है जिससे घी, मक्खन, दही जैसे पदार्थ मिलते है। किन्तु गाय का गोबर एवं गोमूत्रा gomutra वर्तमान समय में कई रोगों के लिए एक श्रेष्ठ औषधि के रूप में काम आ रहा । gomutra के नियमित सेवन से कई रोगों की रोकथाम की जा सकती है। कई रोगों को ठीक भी किया जा सकता है। वर्तमान समय में gomutra के बढ़ते प्रयोग ने इस बात को सही भी सिद्ध कर दिया है।
गौ मूत्र के बारे में About Gomuta
दरअसल गौ मूत्र gomutra में यूरिक एसिड, यूरिया और कई अन्य न्यूट्रीशिनल मिनरल्स, विटामिन्स एवं एन्जाइम पाए जाते हैं। जो कि काफी उपयोगी सिद्ध होते हैं। गौ मूत्र में उपस्थित यूरिया पेड़ पौधों के संरक्षण के काम आता है साथ ही गौ मूत्र gomutra के अन्य तत्व विभिन्न पौधों की पत्तियों के सत के साथ पेस्टीसाइड की तरह कार्य करते हैं।
सीताफल, नीम, आंकड़ा, बेशरम धतूरा की पत्तियों के साथ गौमूत्र gomutra का सत तैयार किया जाता है जिसके छिड़काव से पौधों में लगने वाली बीमारियों एवं कीड़ों की रोकथाम की जाती है। आर्गेनिक खेती में इसी सत का उपयोग होता है जिससे अच्छी फसल का उत्पादन तो होता ही है साथ हमारे स्वास्थ्य के लिए भी काफी लाभदायक होता है। क्योंकि रासायनिक फर्टीलाइजर्स पेस्टीसाइडस, दवाइयाँ, स्प्रे हमारे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालते हैं। इसलिए गौ मूत्र के मिश्रण द्वारा तैयार किए गए एवम् खेती के लिए तैयार किए इन सतों द्वारा अच्छी फसल उत्पादन से हमारे स्वास्थ्य रक्षण में हमें न सिर्फ मदद मिलती है बल्कि हमारा जीवन निरोगी बनकर शक्तिशाली बनता है।
गौ मूत्र अत्यन्त गुणकारी होता है। इसमें पाए जाने वाले विभिन्न मिनरल्स जैसे सोडियम, पोटेशियम, फास्फोरस इत्यादि हमारे शरीर में आवश्यक तत्वों की कमी को पूरा करते हैं। इसमें ऐसे कई एन्जाइम्स होते हैं जो पाचक क्षमता को बढ़ाते हुए पाचन संस्थान (मेटाबालिज्म) को सक्रिय कर उसकी क्षमता बढ़ाती है। इससे शरीर चुस्त दुरुस्त होता है। यहां तक कि शरीर से अनावश्यक वसा चर्बी समाप्त होती है और मोटापे में कमी आती है। कब्ज व पेट के अन्य विकारों में इसके प्रयोग से काफी आराम मिलता है।
गौ मूत्र में विटामिन्स के साथ डीटाक्सी फिकेशन (Detoxification) की भी क्षमता होती है। यानि हमारे शरीर में मौजूद विषैले तत्वों को निकालकर खून को साफ करता है। इसमें .मौजूद तत्व खून बनने की प्रक्रिया में सहायक होते हैं। इससे खून की कमी वाले रोगियों को लाभ पहुंचता है एवम् एनीमिया जैसी बीमारी दूर करने में मदद मिलती है। खून की अच्छी स्थिति के कारण त्वचा सम्बन्धी रोगों में फायदा होता है । इसके एण्टीबायोटिक और एण्टीफंगल के गुण त्वचा रोगों में रामबाण सिद्ध होते हैं।
वैसे और भी कई रोगों में गौ मूत्र के द्वारा आराम पहुंचता है। नीम तेल के साथ इसका उपयोग फर्टीलाइजर एवम् पेस्टीसाइड की तरह भी होता है।
कई रिसचों के अनुसार कैंसर जैसी घातक व जानलेवा बीमारी से लड़ने व उबरने में गौ मूत्र किसी अमृत रस की तरह कार्य करने वाला सिद्ध होता है। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है जिससे हम स्वस्थ रहते हैं।
संक्षेप में कहे तो गौ मूत्र gomutra से निम्नांकित लाभ प्राप्त होते है।
1. पेट के रोगों में लाभकारी
2. त्वचा रोगों में लाभ
3. शरीर से विषैले तत्वों के निष्कासन हेतु उपयोगी
4. रक्त सम्बन्धी रोगों में लाभ
5. कैंसर जैसे रोग से लड़ने में सहायक
6. आर्गेनिक खेती में उपयोगी इत्यादि उपरोक्त बातों के साथ यह भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि जिस गौ मूत्र का हम या जिस गाय का मूत्र हम उपयोग में ला रहे हैं वह गाय भी स्वस्थ व निरोगी हो उसे सभी आवश्यक टीके समय पर लगे हो। उसे दिया जाने वाला आहार शुद्ध गुणवत्ता वाला पौष्टिक हो। ताकि गाय के द्वारा प्राप्त मूत्र हमें शुद्ध और गुणकारी प्राप्त हो।