food mismatch : खाने का गलत मेल

आयुर्वेद हमेशा इस बात की ओर ध्यान दिलाता है कि भोजन करते समय किन चीजों को साथ खा सकते हैं और किन चीजों को नहीं। आप भी खाने की जुगलबंदी में गड़बड़ी करने से बचें।

खाने की चीजें अलग-अलग होती हैं और भिन्न होती हैं इनकी प्रकृति ये अच्छी तरह पर्चे, इसलिए इनके बीच तालमेल होना जरूरी है। कुछ खाने की चीजें ऐसी होती हैं, जो तभी फायदा पहुंचाती हैं, जब उनको अकेले खाया जाए। दो तरह के खाद्य मिक्स होने पर उनकी पोषकता का लाभ शरीर को नहीं मिल पाता है। दोनों खाद्य एक-दूसरे की पोषकता को नुकसान पहुंचा कर समाप्त कर देते हैं। क्या ना साथ-साथ खाएं, यह जानना बहुत महत्वपूर्ण है।

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बेमेल भोजन गलत फूड कॉम्बिनेशन को कहते हैं। गलत फूड कॉम्बिनेशन टॉक्सिक हो जाते हैं और सेहत पर बुरा असर डालते हैं। बेमेल भोजन से अपच, उल्टी, खराब पेट, सीने में जलन, एलर्जी जैसी समस्याएं हो जाती हैं। हालांकि मॉडर्न मेडिकल साइंस के अनुसार, विपरीत गुणों वाले भोजन लेने से कोई नुकसान नहीं होता है और इस मामले में वह आयुर्वेद से सहमत नहीं है।

मीठे फल और खट्टे फल sweet fruits and sour fruits

आयुर्वेद इस बात की ताकीद करता है कि खट्टे फल व मीठे फल साथ खाने से पचने में दिक्कत आती है। खट्टे फल और मीठे फलों में मौजूद शुगर साथ में नहीं पढ़ पाती है। फलों की पौष्टिकता भी कम होती है। इसलिए संतरा, केला जैसे फल एक साथ ना खाएं यानी तरह-तरह के फल मिला कर बनायी गई फ्रूटचाट खाने से परहेज रखें।

दूध और दही milk and yogurt

दूध-दही साथ-साथ नहीं खाना है, क्योंकि इनकी प्रकृति एकदम अलग है। दही खमीर से भरपूर होता है, दूध के साथ दही मिलाने पर दूध खराब हो जाता है और साथ सेवन करने से एसिडिटी, गैस, अपच और उल्टी हो सकती है। दोनों को कम से कम एक घंटे के अंतराल में खाएं।

हेवी कार्बोहाइड्रेट और हेवी प्रोटीन

मीट, अंडे, पनीर, मेवे जैसे हेवी प्रोटीन वाले खाद को कार्बोहाइड्रेट यानी चावल, शर्करा, गेहूं, मक्का या साबुत अनाज के साथ ना खाएं हाई प्रोटीन को पचाने वाले एंजाइम के सक्रिय होने पर हाई कार्बोहाइड्रेट्स को पचाने वाले एंजाइम में रुकावट पैदा होती है। दोनों का पाचन साथ नहीं हो पाता है। लगातार इन्हें साथ खाने में कब्ज हो जाता है।

प्रोटीन और स्टार्च protein and starch

तले-भुने चिकन या मीट के साथ आलू के चिप्स व शकरकंदी आदि खाने से परहेज करें। इससे ट्रांस फैट बनता ही है, दोनों पोषक तत्वों की पाचन प्रक्रिया भी अलग-अलग होती है। प्रोटीन पचने के दौरान स्टार्च को विषैला बना देता है।

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खाना और पानी food and water

खाना खाने के दौरान पानी पीना गलत है। इससे पेट के पाचक एसिड का असर कम हो जाता है और प्रोटीन, फैट कार्बोहाइड्रेट जैसी चीजें पचने में दिक्कत आने लगती है। खाना खाने से 30 मिनट पहले ही पानी पी लें, खाने के बीच में नहीं। भोजन से पहले पानी पीने से आप ओवरईटिंग से बचते हैं।

फैट और प्रोटीन Fat and Protein

घी, मक्खन, वेल जैसी फैटी चीजें पनीर, अंडा, मौट जैसे प्रोटीन के साथ नहीं खाना चाहिए। इनका कॉम्बिनेशन सेहत पर बुरा असर डालता है। इस्तेमाल जरूरी है, तो घी मक्खन का प्रोटीनवाली चीजों के साथ कम से कम प्रयोग करें, वरना पाचन पर बुरा असर पड़ सकता है। कॉन्स्टिपेशन हो सकता है।

खाने के बाद फल fruit after meal

खाना खाने के बाद फल खाने का रिवाज जरूर है, पर यह शरीर के लिए अच्छा नहीं है। फल पचने में समय लगता है, जिससे अकसर अपच, पेट फूलने, सीने में जलन की शिकायत हो जाती है। यह मिठाई नहीं है, जो आहार के साथ पच जाएगी। रात के खाने के बाद तो फल बिलकुल ना खाएं, क्योंकि इससे सोते समय पैट में एसिड बनने लगते हैं।

शहद और घी honey and ghee

पी और शहद को कभी मिला कर ना खाएं। इससे शरीर विपरीत प्रतिक्रियाएं देने लगता है। शहद शरीर को गरम करता है और भी ठंडा करने के साथ नमी प्रदान करता है। हमेशा कच्चा और बिना पका शहद ही खाएं गरम किया हुआ शहद चिपचिपा हो कर विषेला हो जाता है। आयुर्वेद में शहद को चाय में डाल कर पीने से मना किया गया है। हालांकि मेडिकल साइंस में ऐसा कोई परहेज नहीं बताया गया है।

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दूध के साथ फल fruit with milk

फलों में मौजूद शर्करा खून में शुगर का स्तर बढ़ा कर दिमाग की सक्रियता को बढ़ा देती है। लेकिन दूध के साथ फल खाने पर दूध में मौजूद कैल्शियम फलों के कई एंजाइम्स को सोख लेता है। संतरा और अनन्नास जैसे फल दूध के साथ बिलकुल ना खाएं। केले को दूध के साथ लेना भी बहुत गलत है। केले और दूध को साथ खाने से कफ बढ़ता है। दूध को तरबूज और खरबूजे के साथ भी नहीं खाना चाहिए तरबूज और खरबूजा जल्दी पच जाता है, जबकि दूध को पचने में समय लगता है। दूध के साथ प्रोटीनयुक्त चीजें मसलन अंडा, मोट, मेवे आदि ना लें।

इसी तरह दूध के साथ महली कतई ना लें। मछली की तासीर गरम होती है, जबकि दूध की ठंडी। इससे त्वचा संबंधी बीमारियां होती हैं।

दही और फल yogurt and fruit

फलों में अलग एंजाइम होते हैं और दही में अलग साथ सेवन करने से इनके पचने में रुक पैदा होती है। फूट रायता जैसी चीजें खाने से परहेज रखना चाहिए। फलों में शहद व दही डाल कर बनाए गए डेजर्ट को खाने से अपन हो सकता है।

दूध व नमक milk and salt

दूध के साथ नमकीन चीन ना खाएं। दूध में कैल्शियम और नमक में सोडियम होता है, दोनों जब मिलते हैं, तो पेट में दूध फटका जाता है और पाचन तंत्र को बहुत काम करना पड़ता है। आयुर्वेद में दूध-नमक साथ खाने से मना किया गया है।

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● मूंड सूखने की समस्या कई बार अपने आप 3 ठीक हो जाती है, तो कई बार इसकी कई वजह भी होती हैं, मसलन

● कुछ दवाएं लेने से मुंह सूखता है। यदि किसी बीमारी का इलाज हो रहा है और उसकी दवाएं लेने से मुंह सूख रहा है, तो डॉक्टर को बताएं। वे दवाओं को बदल सकते हैं।

● कुछ बीमारियां होने पर भी मुंह सूखने की समस्या हो जाती है। हाई ब्लड प्रेशर होने पर भी बार-बार मुंह सूखता है।

● कई बार लार ग्रंथि में पनी होने पर भी ह सूखता है। जब लार ग्रंथि में पथरी बनती है, तो जबड़े व कान के नीचे सूजन आ जाती है। लार ठीक से ना बनने पर मुंह ठीक से नहीं खुल पाता और मुंह सूखने की समस्या हो जाती है। एक्सरे व मोटी स्कैन मेर ग्रंथि की पथरी के आकार और जन्म का पता चलता है। लार प्रधि से बिना सर्जरी के पथरी निकाली जा सकती है। ज्यादा गहराई में पथरी होने पर सर्जरी करनी पड़ती है।

● पीने के पानी में फ्लोराइड की कमी, देर रात तक जागने ज्यादा देर तक भूखे रहने और अनियमित दिनचयां भी मुंह सूखने के कारणों में से हैं। एसिडिटी के कारण भी लार कम बनती है और मुंह सूखने लगता है।

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shelendra kumar

नमस्कार दोस्तों , में Shelendra Kumar (Founder of healthhindime.com ) हिंदी ब्लॉग कॉन्टेंट राइटर हूँ और पिछले 4 वर्षो से हेल्थ आर्टिकल्स के बारे में ब्लॉग लिख रहा हूँ मेरा उद्देस्य लोगो को हेल्थ के बारे में अधिक से अधिक जानकारी देना हैं

One thought on “food mismatch : खाने का गलत मेल

  • अक्टूबर 15, 2023 at 9:33 अपराह्न
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