योगेंद्र रस के फायदे व अन्य जानकारी || yogendra ras uses in hindi

योगेंद्र रस के फायदे व अन्य जानकारी || yogendra ras uses in hindi

 

    नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप लोग दोस्तों आज हम आपके लिए एक बहुत ही अच्छा टॉपिक लेकर आए हैं। जिसका नाम है योगेंद्र रस (yogendra ras uses in hindi) दोस्तों यह एक योगेंद्र रस है जो आयुर्वेदिक दवा पद्धति से संबंधित है। योगेंद्र रस विभिन्न प्रकार के रोगों के इलाज में प्रयोग किया जाता है। जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही उपयोगी होता है।

दोस्तों आज हम आपको योगेंद्र रस से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी देंगे। जैसे योगेंद्र रस क्या होता है। वह किस काम में आता है। वह कैसे बनाया जाता है तथा इसका स्वाद कैसा होता है। दोस्तों हम आपको योगेंद्र रस (yogendra ras ke fayde) से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी देंगे तो दोस्तों योगेंद्र रस से संबंधित जानकारी को जानने और पढ़ने के लिए हमारे साथ इस टॉपिक में अंत तक बने रहिए।

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योगेंद्र रस ( yogendra ras) क्या होता है? 

योगेंद्र रस प्राकृतिक तत्वों से निर्मित एक आयुर्वेदिक दवा है। जिसका प्रयोग हम विभिन्न प्रकार के रोगों के इलाज के रूप में करते हैं। योगेंद्र रस (yogendra ras) मधुमेह संबंधी तथा बवासीर संबंधी रोगों के उपचार में प्रयोग किया जाता है। यह दवा मिर्गी, पक्षाघात, पेट के शूल, अपच, मंदग्नी, नेत्र रोगों से छुटकारा दिलाती है।

योगेंद्र रस तंत्रिका और मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करता है। यह आयुर्वेदिक दवा पद्धति का एक बहुत ही अच्छा उदाहरण है। जो आपको किसी भी आयुर्वेदिक दुकान में बहुत ही सस्ते दामों में आसानी से मिल जाएगा।

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योगेंद्र रस के घटक yogendra ingredients

योगेंद्र रस को बनाने में कुछ प्रमुख तत्वों की जरूरत पड़ती है। जो इस प्रकार है रस सिंदूर 20 ग्राम, स्वर्ण भस्म 10 ग्राम, कांत लौह भस्म 10 ग्राम, अभ्रक भस्म 10 ग्राम, मोती भस्म या मोती पिष्टी 10 ग्राम, बंग भस्म 10 ग्राम, घृतकुमारी ग्वारपाठा का रस और एंड अरंड के पत्ते आवश्यकता के अनुसार मात्रा में उपयुक्त करके योगेंद्र रस (yogendra ras in hindi) का निर्माण किया जाता है।

Yogendra ras बनाने की विधि

सभी तत्वों को मिलाकर घृतकुमारी के रस में घोलकर गोला बना ले। इस पर अरंड के पत्ते लपेटकर डोरा बांधे और धान के ढेर में दबा कर रखे 3 दिन बाद निकाल ले और पते हटा कर एक एक रत्ती की गोलियां बनाकर छाया में सुखा लें। उसके बाद आपका योगेंद्र रस तैयार हो जाता है।

Yogendra ras की सेवन विधि

एक एक गोली सुबह शाम शहद और अदरक के रस के साथ या रोग के अनुकूल अनुपात के साथ लेने से योगेंद्र रस बहुत ही फायदेमंद होता है।

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योगेंद्र रस के फायदे yogendra ras benefits in hindi

योगेंद्र रस प्राकृतिक तत्वों से मिलकर बना होता है तथा यह एक आयुर्वेदिक दवा पद्धति है। इसलिए इसका प्रयोग करने से अनेक फायदे हो सकते हैं योगेंद्र रस (yogendra ras ke fayde) का इस्तेमाल करने से विभिन्न प्रकार के रोगों और बीमारियों से इलाज में फायदा होता है

तथा यह हमें किसी भी आयुर्वेदिक दवा की दुकान पर बहुत ही कम दामों में मिल जाता है। योगेंद्र रस आयुर्वेदिक दवा पद्धति होने के कारण इसका कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होता है।

(1) शरीर के लिए फायदे मंद

योगेंद्र रस के इस्तेमाल से हमारा शरीर बलवान , पुष्ट और शक्तिशाली हो जाता है। योगेंद्र रस को शक्कर या चवनप्राश या अवलेह के साथ खाने से हमारा शरीर कई प्रकार के रोगो से सुरक्षित रहता है।

(2) ह्रदय रोगो से रक्षा

योगेंद्र रस के इस्तेमाल से हृदय संबंधी रोगों से रक्षा में सहायता मिलता है और योगेंद्र रस को अर्जुन की छाल के काढ़े के साथ सेवन करने पर हृदय रोगों में लाभ मिलता है तथा हमारा शरीर ह्रदय सम्बंधित रोगो से सुरक्षित रहता है।

(3) पित्त प्रकोप तथा वात जन्य रोगों में लाभ

योगेंद्र रस को पित्त प्रकोप और वात जन्य रोगों में इस्तेमाल करने के लिए त्रिफला जल और मिश्री के साथ हिस्टीरिया रोग ठीक करने के लिए मिश्री में मिले हुए जटामांसी के काढ़े के साथ और वात जन्य रोगों को नष्ट करने के लिए शहद के साथ देने से लाभ होता है।

(4) शारीरिक और मानसिक रोगो के ईलाज के लिए

शारीरिक और मानसिक रोगों के मरीजों को योगेंद्र रस के सेवन करने का सुझाव दिया जाता है जिससे की वह इन रोगो से सुरक्षित रह सके। मानसिक रोगियों को योगेंद्र रस की एक एक गोली को दूध के साथ सुबह शाम सेवन करने से मानसिक रोगो के ईलाज में फायदा मिलता है।

(5) नाड़ियों को फायदा

योगेंद्र रस के सेवन से वात वाहिनिया, नाड़ियों, हृदय, मस्तिष्क, मन और रक्त पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसके सेवन से वात वाहिनिया सबल होती हैं तथा शरीर में होने वाली जलन, व्याकुलता, अनिद्रा, मुख में छाले आदि लक्षणों में योगेंद्र रस के सेवन से बहुत फायदा मिलता है। यह संपूर्ण रूप से आयुर्वेदिक और प्राकृतिक तत्वों से मिलकर बना होने के कारण ये अनेक प्रकार के रोगों से सुरक्षा प्रदान करता हैं।

(6) खून की कमी दूर होती है

योगेंद्र रस के सेवन से व्यक्ति में खून की कमी दूर होती है। खून में उपस्थित। कीटाणुओं का नाश होने से शरीर में खून की वृद्धि होती है और रक्ताल्पता की स्थिति समाप्त हो जाती है। योगेंद्र रस के सेवन करने से हमारा खून साफ और स्वच्छ होता है। जिससे हमारे शरीर में रक्त की बढ़ोतरी होती है और हम स्वस्थ रहते हैं।

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योगेंद्र रस के नुकसान yogendra ras side effects

योगेंद्र रस से प्राकृतिक औषधियों से निर्मित एक आयुर्वेदिक दवा पद्धति है। जो अनेक प्रकार के रोगों के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए योगेंद्र रस के कुछ ही हानिकारक तथ्य होते हैं। जो हम आपको बताने जा रहे हैं। जैसे

योगेंद्र रस का इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले हमें डॉक्टरों की सलाह लेनी चाहिए कि हमें योगेंद्र रस का इस्तेमाल किस तरीके से और कितने संख्या में करने हैं।

निष्कर्ष

दोस्तों हमने आपको योगेंद्र रस (yogendra ras uses in hindi) से संबंधित सारे तथ्यों के बारे में जानकारी दे दी है। हमें उम्मीद है कि आपको योगेंद्र रस के बारे में जानकर अच्छा लगा होगा और आप भी अपने होने वाले रोगों में इसका इस्तेमाल जरूर करेंगे तो दोस्तों यदि आपको यह टॉपिक अच्छा लगा है तो लाइक शेयर कमेंट जरुर करें। ताकि हमारे आगे की आने वाली पोस्ट सबसे पहले आप तक पहुंचे धन्यवाद।

shelendra kumar

नमस्कार दोस्तों , में Shelendra Kumar (Founder of healthhindime.com ) हिंदी ब्लॉग कॉन्टेंट राइटर हूँ और पिछले 4 वर्षो से हेल्थ आर्टिकल्स के बारे में ब्लॉग लिख रहा हूँ मेरा उद्देस्य लोगो को हेल्थ के बारे में अधिक से अधिक जानकारी देना हैं

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