द्राक्षासव के फायदे व अन्य जानकारी || Drakshasav uses in Hindi

यदि अगर आप भी Drakshasav Benefits and uses in Hindi और नुकसान के बारे में अच्छे से जानना चाहते हैं तो हम आपको बता दें कि आप सही प्लेटफार्म पर पहुंच चुके हैं।

आज हम इस आर्टिकल में देखेंगे कि Drakshasav benefits kya हैं तथा Drakshasav use किन-किन कंडीशन में किया जाता है। द्राक्षासव को कैसे लेना चाहिए और इसकी वजह से क्या side effects हो सकते हैं।

इस blog post में आज हम यह भी जानेंगे कि द्राक्षासव की वजह से होने वाले साइड इफेक्ट को कैसे कम किया जा सकता है और Drakshasav को लेते समय क्या-क्या precautions बरतने चाहिए।

इस आर्टिकल में हम आपको Drakshasav के market price के बारे में भी पूरी जानकारी देंगे तो इसीलिए आप किस आर्टिकल को पूरा अंत तक अच्छे से जरूर पढ़ें।

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Drakshasav क्या है?

Drakshasav एक आयुर्वेदिक मेडिसन है जो कि सभी ब्रांड में उपलब्ध है बहुत सी आयुर्वेदिक कंपनियां इस मेडिसन को बनाती है।

यदि आपके शरीर में पाचन संबंधी कोई भी बीमारी है या फिर आप शरीर में कमजोरी महसूस कर रहे हैं तो यह आपके लिए रामबाण आयुर्वेदिक औषधि हो सकती हैं।

इस Ayurveda medicine का इस्तेमाल करने से आपके शरीर में खांसी, पाचन तंत्र मजबूत और पेट संबंधित कई बीमारियां दूर होती है।

प्रत्येक कंपनियां अपने प्रोडक्ट को मार्केट में बेचते हैं। आप अपने पसंदीदा कंपनी के हिसाब से इसे खरीद सकते हैं Drakshasav बहुत ही अच्छी आयुर्वेदिक औषधि है।

आज की इस पोस्ट में हम आपके लिए Drakshasav से संबंधित blog post लेकर आए हैं तो इसीलिए आप इस आर्टिकल को पूरा ध्यानपूर्वक पढ़े।

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Drakshasav ingredients in Hindi 

आयुर्वेद में किस औषधि का काफी महत्व है क्योंकि यह सभी प्रकार के तरफ से लड़ने में कारीगर है।

इसे बहुत सारे natural ingredients के द्वारा बनाया गया है जिससे आपकी हेल्प के लिए ज्यादा अधिक फायदे मिलेंगे।

आइए जानते हैं द्राक्षासव में ऐसी कौन सी जड़ी बूटियां डाली गई हैं जोकि इसे बहुत ही फायदेमंद बनाती हैं।

इसका मुख्य घटक है द्राक्ष यानी कि अंगूर इसलिए इसे द्राक्षासव भी कहते हैं।

  • लॉन्ग
  • इलायची
  • जायफल
  • काली मिर्च
  • चित्रक
  • मिसरी
  • धाय के फूल
  • दालचीनी
  • केसर
  • तेजपत्ता

उपरोक्त सभी जड़ी बूटियों को मिलाकर बहुत ही ताकतवर सिरप द्राक्षासव को बनाया जाता है।

यदि आप Drakshasav के फायदे जानने के लिए उत्सुक हैं तो आइए चमत्कारी रस के फायदे और इसके काम को जानते हैं कि यह कैसे काम करता है।

Drakshasav ke Fayde in Hindi

शारीरिक कमजोरी के लिए

यदि आपके शरीर में कमजोरी रहती है आप काफी थका महसूस करते हैं कोई भी काम करने में आप खुद को असफल महसूस करते हैं और शरीर में आलस्य रहता है।

किसी भी शारीरिक काम करने में आपका बिल्कुल भी मन नहीं लगता, बेचैनी सी रहती है तो इन सब समस्याओं में द्राक्षासव का इस्तेमाल कर सकते हैं।

जो आपके शरीर में सुस्ती और स्फूर्ति को बढ़ाने का काम करता है। आप एनर्जटिक महसूस करते हैं। आपके शरीर में कमजोरी दूर होकर आप अपने शरीर में ताकत को महसूस करने लगते हैं। जिससे आपका शरीर स्वस्थ रहता है।

पेट के विकारों के लिए

अगर आपको पेट संबंधित बीमारियां जैसे कि पेट में गैस बनना, कब्ज या फिर आपका पेट साफ नहीं रहता है या फिर बदहजमी की समस्या हो, एसिडिटी की समस्या हो तो आप इस द्राक्षासव का सेवन कर सकते हैं।

जो कि पेट संबंधित बीमारियां पेट फूलना बदहजमी गैस और कब्ज की समस्याओं से राहत दिलाता है।

इसके अलावा यह सिर्फ आपके शरीर में लीवर की कार्यप्रणाली को भी सुधारता है। आपके शरीर में लीवर अच्छे से कार्य करने में सक्षम हो जाता है। यानी कि आप इसे लिवर टॉनिक के रूप में भी दे सकते हैं।

भूख की कमी को दूर करें

यदि आपको भूख नहीं लगती या कुछ भी खाने को मन नहीं करता है तो आप द्राक्षासव सिरप का सेवन कर सकते हैं।

इसका सेवन करने के बाद आपको भूख भी लगेगी और आपकी डाइट अच्छी हो जाएगी। इसके अलावा द्राक्षासव सिरप आपके शरीर में खून की कमी को दूर करने का कार्य करता है।

यानी कि अगर आपको खून की कमी से एनीमिया हो गया है तो ऐसी स्थिति में भी आप द्राक्षासव का सेवन कर सकते हैं।

खांसी की समस्या होने पर

यदि आपको कफ है और छाती में हमेशा कफ जमा रहता है और सांस लेने में भी दिक्कत होती है ऐसे नहीं द्राक्षासव सिरप खांसी के साथ-साथ इन सभी समस्याओं से राहत दिलाने का कार्य करता है।

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Drakshasav doses in Hindi

यदि आपको बताएं कि द्राक्षासव का इस्तेमाल किस प्रकार से करना है तो आप इसे तीन से छह चम्मच यानी कि 15 से 30 ml बराबर मात्रा में पानी में मिलाकर खाना खाने के बाद दिन में दो बार तक ले सकते हैं।

बराबर मात्रा की बात करें तो यदि आप 30 ml द्राक्षासव का सेवन करना चाहते हैं तो इसमें आपको 30ml पानी को मिलाना है और इसका सेवन दिन में दो बार खाना खाने के बाद करना है। आप इसे खाना खाने के 20 से 30 मिनट के बाद ले सकते हैं।

इसे महिला या पुरुष कोई भी ले सकता है वैसे तो इसका सेवन बच्चे भी कर सकते हैं लेकिन बच्चे की उम्र के हिसाब से डॉक्टर की सलाह लेना बहुत ही जरूरी है।

Drakshasav side effects in Hindi  

प्रेग्नेंट महिलाओं द्राक्षासव का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान कोई भी unnecessary medicine का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए।

इसके साथ-साथ जो डायबिटीज के पेशेंट हैं उन्हें भी इस तरफ से सिर्फ का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य ही लेनी चाहिए।

वैसे तो Drakshasav के कोई भी नुकसान नहीं है इसका इस्तेमाल करने के साथ-साथ आपको मिर्च मसालेदार खाना बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए और शराब संबंधित सभी नशीले पदार्थों का सेवन बंद कर देना चाहिए।

लेकिन यदि आपको इसके पश्चात भी अगर कोई साइड इफेक्ट देखने को मिल रहे हैं तो आप इस दवाई को लेना तुरंत बंद कर सकते हैं और अपने नजदीकी डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।

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Drakshasav Market price in Hindi

Drakshasav को बहुत सी कंपनियां बनाती है जैसे वैद्यनाथ, डाबर, पतंजलि और भी बहुत सी कंपनियां हैं जो इस Drakshasav दवाई को बनाती है तो आप जिस कंपनी का भी लेना चाहते हो आप उसे उस कंपनी का इसे खरीद सकते हो।

आप इसे अपने किसी भी निजी क्षेत्र में उपलब्ध मेडिकल स्टोर से खरीद सकते हैं। अगर बात करें इसके प्राइस की तो यह अलग-अलग कंपनी के हिसाब से कम या ज्यादा हो सकता है लेकिन एक अंदाजे से इसके 450 ml की बोतल का प्राइस ₹190 होता है।

लेकिन इसका मार्केट प्राइस अलग-अलग क्षेत्र के हिसाब से अलग-अलग भी हो सकता है।

इस दवाई को आप online E-Commerce platform Amazon और अन्य वेबसाइट से भी घर बैठे बैठे  भी मंगवा सकते हैं।

Conclusion 

हमें उम्मीद है कि आप Drakshasav benefits and uses in hindi के साथ-साथ इसकी खुराक की जानकारी भी हिंदी भाषा में सरल शब्दों में पा चुके होंगे।

यदि आपको इस आर्टिकल में दी गई जानकारी अच्छी लगी तो आप हमारी वेबसाइट को फॉलो कर सकते हैं और ऐसे ही सभी प्रकार की दवाइयों की जानकारी आप हिंदी भाषा में पा सकते हैं।

shelendra kumar

नमस्कार दोस्तों , में Shelendra Kumar (Founder of healthhindime.com ) हिंदी ब्लॉग कॉन्टेंट राइटर हूँ और पिछले 4 वर्षो से हेल्थ आर्टिकल्स के बारे में ब्लॉग लिख रहा हूँ मेरा उद्देस्य लोगो को हेल्थ के बारे में अधिक से अधिक जानकारी देना हैं

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