प्रवाल पंचामृत रस के फायदे और नुकसान || Praval Panchamrit Ras uses in hindi

Praval Panchamrit Ras – Benefits, Ingredients, Side Effects in Hindi

यदि आप Praval Panchamrit Ras के फायदे और नुकसान के साथ-साथ इसमें पाए जाने वाले इंग्रेडिएंट्स के बारे में जानना चाहते हैं तो आपको हम बताना चाहते हैं कि आप सही प्लेटफॉर्म पर पहुंच चुके हैं।

क्योंकि हमारी वेबसाइट के माध्यम से आयुर्वेदिक औषधियों के ढेरों फायदे के बारे में बताया जाता है और काफी सटीक जानकारी आपको उपलब्ध करवाई जाती है।

काफी सारी रिसर्च करने के बाद आज के इस आर्टिकल में हम प्रवाल पंचामृत रस के फायदे और नुकसान के बारे में हिंदी भाषा में पूर्ण जानकारी देने वाले हैं इसलिए इस पोस्ट को पूरा करिएगा क्योंकि आधी अधूरी जानकारी किसी के काम नहीं आती है।

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Praval Panchamrit Ras क्या है

एक आयुर्वेदिक औषधि है जो कि हर ब्रांड में उपलब्ध है और आयुर्वेद में इसका विशेष स्थान है जिसका मुख्य इनग्रेडिएंट Praval है जिसे आप मूंगा के नाम से भी जानते हैं।

इस प्रवाल नामक तत्व के साथ पांच आयुर्वैदिक औषधियों को मिलाकर इस पंचामृत को तैयार किया जाता है जो कि काफी पावरफुल औषधि बनकर तैयार होती है। इसीलिए इसका नाम Praval Panchamrit Ras रखा गया है।

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Praval Panchamrit Ras Ingredients in Hindi

यह एक प्रकार की रसायनिक औषधि भी है जिसके अंदर पारा या गंधक का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं हुआ है। लेकिन फिर भी है एक रसायन आयुर्वेदिक औषधि है।

Praval Panchamrit Ras में पांच औषधियों का समावेश होता है जो कि कुछ इस प्रकार से हैं

  • प्रवाल पिष्टी या प्रवाल भस्म।
  • मोती पिष्टी या मोती भस्म।
  • शंख भस्म।
  • मुक्ताशुक्ति भस्म।
  • कपरदक भस्म।

 

इन पांच औषधियों को मिलाकर प्रवाल पंचामृत रस को बनाया जाता है जो कि एक बहुत ही गुणकारी औषधि है। मार्केट में अलग-अलग तरीके से उपलब्ध है।

यानी कि कुछ दवा कंपनियां इसे पाउडर के रूप में उपलब्ध करवाती हैं और अन्य कंपनियां प्रवाल पंचामृत रस को टेबलेट के रूप में मार्केट में उपलब्ध करवाती हैं।

आप अपनी इच्छा अनुसार दोनों में से किसी भी रूप में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। क्योंकि पाउडर और टेबलेट जिस भी रूप में आप इसका सेवन करते हैं इसके एकसमान फायदे आपको पहुंचते हैं।

प्रवाल पंचामृत रस के अंदर मोती पिष्टी होने के कारण बहुत ही पावरफुल औषधि बन जाती है। लेकिन काफी ज्यादा मात्रा में मोती पिष्टी का उपयोग होने से यह काफी महंगी भी हो जाती है।

यदि आप इसके अंदर मोती पिष्टी होने के कारण इसकी ऊंची कीमत चुकाने में असमर्थ हैं तो आप बिना मोतीपिष्टी वाला प्रवाल पंचामृत साधारण रस भी ले सकते हैं।

लेकिन यदि आप प्रवाल पंचामृत रस के जबरदस्त फायदे देखना चाहते हैं तो आपको मोती पिष्टी वाला प्रवाल पंचामृत रस ही खरीदना चाहिए।

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प्रवाल पंचामृत रस के फायदे (Praval Panchamrit Ras Ke Fayde in Hindi)

  • इस प्रवाल पंचामृत रस के ढेरों फायदे हैं जिनके बारे में हम आपको बताना चाहते हैं। इसके बारे में जानकर आप काफी आश्चर्यचकित हो जाएंगे और आयुर्वेदिक औषधियों के गुणों के बारे में भी जानेंगे।
  • यदि हम प्रवाल पंचामृत रस के तासीर के बारे में बात करें तो इसकी तासीर ठंडी होती है। इसी के साथ ही यह पित्त दोष नाशक होता है। यानी कि यह आपके शरीर में पित्त को नष्ट करता है और पेट की गर्मी को भी कम करता है।
  • हमारे शरीर के अंदर पित्त दोष के कारण कितनी भी बीमारियां होती हैं उन सभी बीमारियों का नाश यह प्रबल पंचामृत रस करता है।
  • यदि आप इस पंचामृत रस का इस्तेमाल करते हैं तो एसिडिटी, हाइपर एसिडिटी, सीने में जलन, अपच, खट्टी डकार आना, पेट फूलना, पेट में गोले जैसा महसूस होना,  भूख ना लगना, दस्त और डायरिया के साथ-साथ दिल की बीमारियों को भी दूर करता है।
  • कैल्शियम की मात्रा काफी अधिक होने से इस पंचामृत रस का इस्तेमाल हड्डियों के रोग में भी किया जाता है।
  • पेशाब करते समय आप यदि जलन महसूस करते हैं तो आपको बता दें यह पंचामृत रस का सेवन करने से इस समस्या से राहत पा सकते हैं।
  • यदि इन सब बीमारियों से लंबे समय से पीड़ित हैं तो एक बार डॉक्टरी परामर्श के साथ प्रवाल पंचामृत रस का सेवन अवश्य करके देखिए।
  • क्योंकि इसके बहुत से फायदे हैं। इसी के साथ आयुर्वेदिक औषधि होने के साथ-साथ इसके बहुत ही कम साइड इफेक्ट्स हैं जोकि इसका गलत तरीके से सेवन करने से ही होते हैं।

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Praval Panchamrit Ras Doses in Hindi

  • यदि इसकी खुराक की बात करें तो एक से दो गोली का सेवन 1 दिन में दो बार शहद के साथ करना चाहिए।
  • प्रवाल पंचामृत रस की खुराक हो आप खाना खाने से आधे घंटे पहले या फिर खाना खाने के आधे घंटे बाद ले सकते हैं।
  • आप इस Praval Panchamrit Rasका इस्तेमाल लंबे समय तक भी कर सकते हैं। क्योंकि सही तरीके से खुराक लेने पर इस आयुर्वेदिक औषधि के कोई भी Side Effects नहीं होते हैं।
  • प्रवाल पंचामृत रस का सेवन करते समय एक बात का ध्यान रखें कि इसे कभी भी बिना शहद और पानी के सेवन ना करें।
  • क्योंकि मोती पिष्टी होने के कारण आपकी जीभ से सीधे कांटेक्ट से आपकी जीभ कट सकती है।
  • यदि आप किसी अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं तो हमारी सलाह आपसे यही रहेगी कि आप एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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Praval Panchamrit Ras Market Price in Hindi

यदि प्रवाल पंचामृत रस के मार्केट प्राइस के बारे में बात करें तो यह भारत में काफी सस्ते दाम पर उपलब्ध है यह Powder और Tablet दोनों ही रूप में उपलब्ध है जिसे आप अपनी इच्छा अनुसार खरीद सकते हैं।

अलग-अलग क्षेत्र के हिसाब से इसकी Market Price अलग अलग हो सकती है इसका 5 ग्राम का पैकेट 80 से ₹100 के बीच किसी भी आयुर्वेदिक स्टोर में उपलब्ध है।

250 मिलीग्राम प्रवाल पंचामृत रस की एक खुराक लेकर प्रवाल पंचामृत का सेवन शहद और पानी के साथ ही करें।

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Conclusion

हमें उम्मीद है कि आप Praval Panchamrit Ras के फायदे और नुकसान के साथ-साथ इसकी खुराक की जानकारी पा चुके होंगे।

यदि आप किसी भी आयुर्वेदिक औषधि से संबंधित कोई भी जानकारी पाना चाहते हैं तो आप किस आर्टिकल के नीचे कमेंट कर सकते हैं। हम आप के प्रत्येक कमेंट का रिप्लाई करने का पूरा प्रयास करेंगे।

shelendra kumar

नमस्कार दोस्तों , में Shelendra Kumar (Founder of healthhindime.com ) हिंदी ब्लॉग कॉन्टेंट राइटर हूँ और पिछले 4 वर्षो से हेल्थ आर्टिकल्स के बारे में ब्लॉग लिख रहा हूँ मेरा उद्देस्य लोगो को हेल्थ के बारे में अधिक से अधिक जानकारी देना हैं

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