pudina benefits in hindi ||पुदीना के अदभुत फ़ायदे और उपयोग
इस ऋतु में पोदीना pudina का प्रयोग करना बहुत लाभकारी होता है। आपके रसोई घर में इन दिनों पोदीना रहना ही चाहिए। इसके विषय में उपयोगी विवरण प्रस्तुत है।
भाषा भेद से नाम भेद-
सं.- पूतिहा। हि. – पोदीना। म.- पुदिना। गु.- फुदीनो। बं. पोदीना। ता.-ते.- पुदीना। फा.- पुदिनः । इं.- स्पिअर मिण्ट (Spear-Mint) । लै.- मेन्था स्पाइकेटा (Mentha Spicata).
pudina पोदीने के गुण-
यह रुचिकारक, सुगन्धित, भारी, स्वादिष्ट, उष्णवीर्य, हृदय को बल देने वाला, मल मूत्र रोधक है। वात कफ शामक, तीखा रूखा और कफ, कास व मद दूर करने वाला, अग्निमांद्य, हैजा, संग्रहणी, अतिसार, जीर्ण ज्वर और कृमियों का नाश करने वाला है। इसका सेवन करने से अजीर्ण, अफारा और उदर शूल आदि नष्ट होते हैं।
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pudina पोदीने का परिचय-
हरे धनिए (कोथमीर) जैसा ज़रा बड़े कड़क और खुरदुरे पत्तों वाला पोदीना खुशबूदार और तीखे स्वाद का होता है। इसका प्रयोग चटनी बनाने में विशेष तौर पर किया जाता है। भारत में सर्वत्र पाया जाने वाला पोदीना सभी के लिए सुपरिचित है।
pudinaफ़ायदे और उपयोग-
- इसके पत्ते, पत्तों का रस, पत्तों का अर्क और इसके तैल को उपयोग में लिया जाता है।
- कुछ घरेलू उपयोग प्रस्तुत हैं- इसके पत्ते चबाने या पत्तों का रस पानी में घोल कर कुल्ले करने से मुख की दुर्गन्ध नष्ट होती है।
- अंजीर के साथ इसके पत्ते खाने से सीने में जमा कफ निकल जाता है और हिचकी आना बन्द होता है।
- पेट की खराबी से जी मचलाना, उल्टी जैसा जी होना और बेचैनी होना आदि ठीक करने के लिए पोदीने का आधा चम्मच रस एक कप पानी में घोल कर पीना लाभ दायक होता है।
- इसको पीस कर इसकी लुगदी घाव पर लगाने से घाव ठीक होता है। विषैले कीड़े के काटे हुए स्थान पर इसका लेप लगाने से आराम होता है।
- पोदीना और मुनक्का शाम को पानी में गला दें। सुबह मसल छान कर पीने से उदर विकार अपच और मन्दाग्नि में लाभ होता है। बुखार में यह प्रयोग बहुत उपयोगी है।
- इसके रस की 2 बूंद कान में टपकाने से कान का दर्द ठीक होता है।
- थोड़ी सी शराब (ब्रांडी) में पोदीने के पत्ते पीस कर लगाने से त्वचा व चेहरे के दाग, धब्बे मिटते हैं और त्वचा का वर्ण उज्जवल होता है। इसकी एक किस्म मेन्थापिपरेटा से पीपरमेन्ट बनाया जाता है।
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