कपर्दक भस्म के फायदे व अन्य जानकारी || Kapardak Bhasma uses in Hindi

कपर्दक भस्म के फायदे व अन्य जानकारी || Kapardak Bhasma uses in Hindi

 

    कपर्दक भस्म का प्रयोग कैसे होता है? ,कपर्दक भस्म के फायदे क्या है? और कपर्दक भस्म (kapardak bhasma) के नुकसान क्या है? इन सभी सवालों के जवाब हम आपको आज के इस पोस्ट में देने वाले हैं तो इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए हमारे साथ अंत तक बने रहिए।

 

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कपर्दक भस्म क्या है :Kapardak Bhasma in Hindi

कपर्दक भस्म (kapardak Bhasma) एक आयुर्वेदिक औषधि का रूप है। कपर्दक भस्म को बहुत सारे नामों से जाना जाता है। जैसे कि कौड़ी भस्म, वर्तिका भस्म और वर्तिका भस्म आदि के भी नामों से किसे जाना जाता है।

यह एक आयुर्वेदिक कल क्लाइड है। इसका प्रयोग हम अपने दैनिक जीवन में बहुत से प्रकार के बीमारियों से लड़ने के लिए करते हैं। जैसे कि पेट दर्द, चिड़चिड़ा, आंत्र सिंड्रोम, भूख न लगना, आंतों की गैस में भी इसका प्रयोग किया जाता है।

 

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कपर्दक भस्म को कैसे बनाते हैं : Kapardak Bhasma made of

कपर्दक भस्म (Kapardak Bhasma in Hindi) को बनाने के लिए पीली कौड़ी का उपयोग किया जाता है। यह कौड़ी पीले रंग की हो आकार में लंबी हो गोल हो और जिसके पीठ पर गांठे ऐसी कोड़ी को वराटिका कोड़ी कहा जाता है। इस भस्म का निर्माण करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है।

इस भस्म को बनाने के लिए कोड़ी को सबसे पहले उसका शोधन किया जाता है। फिर उसके बाद भस्म बनाने के लिए उसे पीसकर एकदम चूर्ण बना लिया जाता है।

इसे ही कपर्दक भस्म (kapardak Bhasma) कहा जाता है। इसका प्रयोग अनेक रोगों से लड़ने के लिए किया जाता है। जैसे कि पेट दर्द, नेत्र रोग, कान का बहना, आदि सब रोगों के लिए इस भस्म का प्रयोग किया जाता है।

 

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कपर्दक (वराटिका) भस्म की सेवन विधि और मात्रा

इस भस्म का प्रयोग दिन में दो बार सुबह और शाम को करते हैं। सुबह और शाम में लेते समय इस भस्म की मात्रा 250 mg से 500 mg होती है। इस भस्म को मक्खन या मलाई के साथ सेवन करते हैं। अगर इसका सेवन हम लोग सीधे करते हैं। तो हमारी जीभ भी कट सकती है। इस भस्म का प्रयोग डॉक्टर के निर्देश के रूप में ही करें।

 

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कपर्दक (वराटिका) भस्म के चिकित्सीय उपयोग Kapardak Bhasma uses in hindi

इस भस्म का प्रयोग हम लोग अपने दैनिक जीवन में बहुत से रोगों से लड़ने के लिए करते हैं। यह भस्म हमारे लिए रोगों से लड़ने के लिए बहुत ही ज्यादा उपयोगी साबित होता है। क्योंकि यह भस्म बहुत ही पूर्ण मात्रा में हमें मिलता है। यह भस्म हमें बहुत से रोगों से लड़ने में मदद करता है जैसे की :

(1) ग्रहणी

(2) रक्तपित्त

(3) कान का बहना

(4) नेत्र रोग

(5) पेट दर्द

(6) पेट फूलना

(7) भूख में कमी

(8) मुंह में खट्टा स्वाद रहना

(9) अजीर्ण एवं अपच

 

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कपर्दक भस्म के फायदे : Kapardak Bhasma Benefits in hindi

इस भस्म की बहुत सारे फायदे निम्नलिखित है:

 

अम्ल पित्त नाशक कपर्दक भस्म

यह भस्म हमारे शरीर में अम्लीयता को दूर करता है तथा कमजोर पाचन से भोजन में बनने वाले आमविश को भी दूर करता है। इस औषधि का सेवन करने से हमें भूख बहुत तेज लगती है और पाचन की क्रिया बहुत सही तरीके से होती है।

 

आंतों की सूजन में लाभकारी कपर्दक भस्म

Kapardak Bhasma में वायु नाशक एवं सूजन नाशक गुण मौजूद होते हैं। यह भस्म हमारे आंतों की वायु को दूर करती है। जिससे कि हमारे पेट में सूजन सही हो जाता है। इसी के साथ-साथ हमारे पेट का फूलना भी सही हो जाता है।

इस रोग में इस भस्म को गाय के घी और मिश्री के साथ लेने पर बहुत अच्छा लाभ प्राप्त होता है और यदि इस भस्म के साथ आरोग्यवर्धिनी वटी का प्रयोग कराया जाए तो हमें लाभ शीघ्र ही प्राप्त होता है।

 

पेट दर्द में लाभकारी कपर्दक भस्म

यदि हमारे पेट में गैस के कारण बहुत तेजी से दर्द उत्पन्न हो रहा हो तो इस भस्म को औषधि के रूप में सेवन किया जा सकता है। इस रोग में इस भस्म को गाय के घी और मिश्री के साथ लेने पर बहुत अच्छा लाभ प्राप्त होता है।

 

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कपर्दक भस्म के सावधानियां एवं दुष्प्रभाव

इस भस्म को डॉक्टर के सलाह के अनुसार ही लेना चाहिए। इस औषधि या भस्म को अधिक मात्रा में सेवन ना करें नहीं तो इससे बहुत ही क्षति या हानि हो सकती है।

इस औषधि या भस्म को जीभ पर सीधे रखने पर दरारे पड़ सकती है।

इसलिए इस भस्म को गाय की घी या मिश्री के साथ सेवन करना चाहिए। इस भस्म को बच्चों से दूर रखना चाहिए क्योंकि यह भस्म बच्चों को क्षति पहुंचा सकती है।

 

निष्कर्ष 

तो दोस्तों हमें उम्मीद है कि आज की हमारी यह पोस्ट आपको जरूर पसंद आई होगी। इस पोस्ट में हमने आपको कपर्दक भस्म से संबंधित सारी जानकारियां दे दी हैं।

जैसे कि कपर्दक भस्म में क्या है, कपर्दक भस्म को कैसे बनाते हैं , कपर्दक भस्म का प्रयोग कैसे करे। , कपर्दक भस्म के फायदे क्या हैं तथा कपर्दक भस्म के नुकसान क्या है।

इन सभी जानकारी हमने आज इस पोस्ट में दे दिए है। यदि आपको इस पोस्ट में किसी भी प्रकार की कहीं भी त्रुटि नजर आए तो हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताएं। धन्यवाद!

shelendra kumar

नमस्कार दोस्तों , में Shelendra Kumar (Founder of healthhindime.com ) हिंदी ब्लॉग कॉन्टेंट राइटर हूँ और पिछले 4 वर्षो से हेल्थ आर्टिकल्स के बारे में ब्लॉग लिख रहा हूँ मेरा उद्देस्य लोगो को हेल्थ के बारे में अधिक से अधिक जानकारी देना हैं

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